Prashant Kishor News: प्रशांत किशोर ने साल 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरने का ऐलान कर चुके हैं. साथ ही गांधी जयंती के दिन 2 अक्टूबर 2024 को राजनीतिक पार्टी को औपचारिक रूप से गठित करने की भी घोषणा कर चुके हैं. सबके मन में एक ही सवाल है- क्या प्रशांत किशोर चुनाव में नीतीश की पार्टी से गठजोड़ करेंगे?
राजनीतिक रणनीतिकार से सक्रिय राजनीति में कदम रखने जा रहे प्रशांत किशोर ने अगले साल बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी बात कही है. सीएम नीतीश की पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के सवाल पर भी प्रशांत किशोर ने अपना रुख स्पष्ट किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी बड़ा बयान दिया है. साथ ही प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर 2024 को राजनीतिक पार्टी की औपचारिक लॉन्चिंग को लेकर बड़ा खुलासा किया है. बिहार की जातिवादी राजनीति में प्रशंत किशोर खुद को कहां पाते हैं, इस सवाल का भी उन्होंने जवाब दिया.
चुनावी रणनीति तैयार करने में महारत रखने वाले प्रशांत किशोर नीतीश कुमार की पार्टी या फिर बीजेपी या फिर तेजस्वी की पार्टी आरजेडी के साथ गठजोड़ कर चुनाव मैदान में उतरेंगे? प्रशांत किशोर ने रविवार को यह भी स्पष्ट कर दिया. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जन सुराज बिहार विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगा. उन्होंने बताया कि वह अकेले ही विधानसभा चुनाव में उतरेंगे. बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. विपक्षी दल कई बार प्रशांत किशोर पर किसी खास पार्टी के लिए काम करने का आरोप लगा चुके हैं.
कास्ट बेस के बिना कैसे गलेगी दाल?
प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर को औपचारिक तौर पर पार्टी के गठन का ऐलान कर चुके हैं. बिहार की राजनीति में जाति की गहरी पैठ है और प्रशांत किशोर बिना किसी जातिगत समीकरण के बिहार की राजनीति में उतरने की तैयारी में जुटे हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि बिना सॉलिड कास्ट बेस के उनकी राजनीति कितनी सफल होगी? प्रशांत किशोर ने विधानपरिषद चुनाव और विधानसभा उपचुनाव का हवाला देते हुए कहा कि जन सुराज के समर्थन से कई उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी. साथ ही उन्होंने इस थ्योरी को भी सिरे से खारिज कर दिया.
बिहार की जनता त्रस्त हो गई है- PK
प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव-2024 के बाद नीतीश कुमार केंद्र में एक महत्वपूर्ण ताकत बनकर उभरे. केंद्र की सरकार जेडीयू और टीडीपी के समर्थन से मजबूत है. ऐसे में नीतीश कुमार को इस मौके का फायदा उठाकर बिहार की भलाई और प्रगति के लिए काम करना चाहिए था. पीके ने आगे कहा कि नीतिश कुमार ने बिहार के बजाय कैबिनेट में उनकी पार्टी को कितनी जगह मिलेगी इसपर ध्यान केंद्रित रखा. उन्होंने कहा कि हमलोग जीतेंगे, क्योंकि बिहार की जनता नीतीश, भाजपा और आरजेडी के कुचक्र से त्रस्त हो चुकी है. उन्होंने बताया कि 2 अक्टूबर को 1 करोड़ साथ मिलकर नई पार्टी की नींव रखेंगे. उन्होंने दावा किया कि इतिहास में यह पहला मौका होगा जब इतनी बड़ी संख्या में लोग एकजुट होकर पार्टी की स्थापना करेंगे.